अजमेर में इन्वेस्टमेंट में मोटा मुनाफा देने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। साइबर थाना पुलिस ने इस गिरोह के साथ जुड़े एक आरोपी मेघराज को गिरफ्तार किया है। जो बेरोजगार युवकों से पांच से दस हजार रुपए महीने में उनके बैंक खाते गिरोह को किराए पर देता था।
पुलिस के अनुसार, मेघराज का नसीराबाद रोड, नागरा सोगरा में निवास है। उसके खाते से ठगी की रकम का लेन-देन होता था। जिसके एवज में वह महीने के पांच हजार रुपए कमीशन के तौर पर प्राप्त करता था। इस गिरोह के तहत युवकों के खातों का दुरुपयोग कर करोड़ों की ठगी की जा रही थी।
घटना की शुरुआत 9 जुलाई को हुई, जब अजमेर के नगीना बाग निवासी एडवोकेट अनुज टंडन ने साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 5 जुलाई को टेलीग्राम एप के जरिए ‘अनिका’ नामक युवती ने गोदरेज प्रॉपर्टीज होटल अपग्रेड बिजनेस में निवेश पर मोटा मुनाफा का लालच दिया।
अनुज ने बताया कि उसने युवती द्वारा बताए गए विभिन्न बैंकों के खातों में कुल 14 लाख 23 हजार 494 रुपए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन किए, जो बाद में ठगी साबित हुए।एसपी साइबर हनुमान सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद साइबर पोर्टल 1930 की मदद से संदिग्ध बैंक खातों की जांच की गई और मेघराज की पहचान हुई।
उसके खिलाफ कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार किया गया है। पुलिस मेघराज से गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पूछताछ कर रही है ताकि पूरे गिरोह को पकड़कर न्याय दिलाया जा सके। अजमेर पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे ऐसे किसी भी निवेश के लालच में जल्दबाजी न करें और किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज से सतर्क रहें।
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