नागौर जिले में पिछले चौबीस घंटों से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल दिया है। कभी झमाझम, तो कभी रिमझिम फुहारों के चलते आमजन को जहां गर्मी से राहत मिली है, वहीं निचले इलाकों में जलभराव से दिक्कतें भी सामने आई हैं।
गुरुवार रात शुरू हुआ बारिश का सिलसिला शुक्रवार रात तक जारी रहा, जिससे शहर की कई मुख्य सड़कें और गली-मोहल्ले पानी में डूबे नजर आए। प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है और संवेदनशील इलाकों में सतर्कता बरती जा रही है। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में भी बारिश जारी रहने की संभावना जताई है।
तहसीलवार आंकड़े: मेड़ता, रियांबड़ी और खींवसर में जमकर बरसे बादल
जिले की विभिन्न तहसीलों में दर्ज बारिश के आंकड़े बताते हैं कि सबसे अधिक वर्षा मेड़ता में हुई है, जहां 228 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं, रियांबड़ी में 173 मिमी, खींवसर में 135 मिमी, सांजू में 126 मिमी, डेगाना में 109 मिमी, मूंडवा में 82 मिमी, नागौर शहर में 55 मिमी, जायल में 21 मिमी और डेह में 14 मिमी वर्षा हुई है। भारी बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
लगातार बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। शनिवार सुबह नागौर का न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
राजस्थान में मानसून का अपडेट…
- प्रदेशभर में रिकॉर्ड बारिश
1 जून से 17 जुलाई तक राजस्थान में औसतन 131.8 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस बार अब तक 275.4 मिमी बारिश हो चुकी है — यानी 109% ज्यादा। - अजमेर: तालाब में हादसा, तीन बच्चियों की मौत
किशनगढ़ के ऊंटडा गांव में शनिवार सुबह चार बच्चियां बकरियां चराते वक्त तालाब में डूब गईं। इनमें से तीन के शव बरामद हो चुके हैं। इलाके में शोक की लहर है। - पुष्कर: 50 साल में पहली बार बाढ़ जैसे हालात
तीर्थराज पुष्कर में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बीते 24 घंटे में 4 इंच से ज्यादा बारिश के बाद शहर के 1000 से अधिक घर पानी में डूबे। वराह घाट, गुरुद्वारा क्षेत्र सहित कई इलाके जलमग्न हो गए। सैकड़ों पशु बह गए और होटल्स में फंसे टूरिस्ट को निकालने के लिए रेस्क्यू जारी है। - दौसा: मोरेल बांध में ओवरफ्लो, हाई अलर्ट
लालसोट के कांकरिया स्थित एशिया के सबसे बड़े कच्चे मोरेल बांध में 137 मिमी बारिश के बाद ओवरफ्लो शुरू हो गया। वेस्ट वेयर से 11 इंच पानी बह रहा है। जल संसाधन विभाग व पुलिस टीमें सुरक्षा में जुटी हैं। - टोंक: मोतीसागर बांध फुल, किसानों के चेहरे खिले
देवली तहसील के धुवां गांव स्थित मोतीसागर बांध 17 फीट की क्षमता के साथ ओवरफ्लो हो गया। इससे क्षेत्र की 3,000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई संभव होगी। - बीसलपुर बांध: जल स्तर बढ़कर 81% पहुंचा
बीसलपुर बांध में पिछले 24 घंटे में 19 सेमी पानी की आवक दर्ज की गई। अब कुल जल स्तर 314.51 आरएल मीटर पहुंच गया है। बांध क्षेत्र में अब तक 594 मिमी बारिश हो चुकी है। - टोंक: बनास नदी में फंसे 15 से ज्यादा लोग, SDRF ने किया रेस्क्यू
टोडारायसिंह के गोलेड़ा गांव के पास देर रात बनास नदी पार करते समय 15 से ज्यादा लोग टापू पर फंस गए। SDRF की टीम ने रात 1 बजे पहुंचकर सभी को सुरक्षित निकाला। - जयपुर: कोटखावदा में सर्वाधिक बारिश
राजधानी में शुक्रवार रात से रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी रहा। बीते 24 घंटे में जयपुर के कोटखावदा क्षेत्र में सर्वाधिक 94 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
जयपुर मौसम केन्द्र के अनुसार, पूर्वी राजस्थान के ऊपर बना अवदाब धीरे-धीरे पश्चिमी भागों की ओर बढ़ रहा है और अगले छह घंटों में इसके कमजोर होकर एक सुस्पष्ट कम दबाव क्षेत्र में बदलने की संभावना है।
आज जोधपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी से अतिभारी वर्षा हो सकती है, जबकि अजमेर और उदयपुर संभाग में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं भरतपुर, जयपुर, कोटा और बीकानेर संभाग में आज से ही बारिश की तीव्रता में उल्लेखनीय कमी आने की संभावना है। पूरे राजस्थान में 20 जुलाई से वर्षा की गतिविधियों में तेज गिरावट और एक सप्ताह तक भारी बारिश से राहत मिलने की संभावना है। हालांकि, पूर्वी राजस्थान में 27 से 28 जुलाई के बीच एक नया भारी बारिश का दौर पुनः सक्रिय हो सकता है।