जयपुर न्यूज: चीनी घुसपैठ को लेकर राहुल गांधी के हालिया बयानों पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद यह मुद्दा राजनीतिक गर्मी पकड़ चुका है। अब इस विवाद के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गांधी के समर्थन में खुलकर बयान दिया है।
गहलोत का समर्थन: राहुल गांधी ने कुछ भी गोपनीय नहीं कहा
गहलोत ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने देश के खिलाफ कोई भी संवेदनशील या गोपनीय जानकारी साझा नहीं की है। उनके अनुसार, गलवान घाटी में हुई झड़प, जिसमें 20 भारतीय सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए थे से संबंधित सारी जानकारियां पहले से ही सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध हैं।
गहलोत ने इस बात पर ज़ोर दिया कि चीन द्वारा करीब 2000 किलोमीटर तक की भारत में कथित घुसपैठ और उससे जुड़ी जानकारियां विश्वसनीय ऑनलाइन स्रोतों और मीडिया में पहले से ही मौजूद हैं।
उन्होंने राहुल गांधी को “सबसे बड़ा देशभक्त” करार देते हुए उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों को देशहित में बताया।
गहलोत ने सरकार पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब यह मामला ज्वलंत था तब केंद्र को स्वयं पहल कर संसद में खुलकर चर्चा करनी चाहिए थी ताकि देश को स्थिति की सच्चाई से अवगत कराया जा सके। लेकिन सरकार की ओर से ऐसा कोई प्रयास नहीं किया गया।
गहलोत ने याद दिलाया गांधी परिवार का बलिदान
उन्होंने लद्दाख के सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक का भी हवाला देते हुए कहा कि वांगचुक भी समय-समय पर चीन की गतिविधियों पर चिंता जता चुके हैं। यहां तक कि खुद केंद्र सरकार ने भी अपने वक्तव्यों में चीनी आक्रामकता और सैनिकों की शहादत की बात मानी है।
गहलोत ने कहा कि देशभक्ति का सर्वोच्च उदाहरण होता है देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देना। राहुल गांधी का पारिवारिक इतिहास इस बात का गवाह है उनके पिता राजीव गांधी और दादी इंदिरा गांधी देश के लिए शहीद हुए। साथ ही राहुल गांधी ने 4000 किलोमीटर की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कर आमजन की आवाज़ को सरकार तक पहुँचाया।
गहलोत ने सवाल उठाया कि ऐसे व्यक्ति की देशभक्ति पर सवाल उठाना कितना जायज़ है?
सीकर न्यूज: खाटूश्यामजी में एकादशी पर श्रद्धा का महासागर, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
अलवर: 22 अगस्त तक चलेगी अग्निवीर भर्ती, रोज़ाना 600 अभ्यर्थियों की जांच