उदयपुर न्यूज: अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने उदयपुर से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सक्रिय सदस्य मनोज साल्वी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि साल्वी सोशल मीडिया के जरिए गैंग से जुड़ा हुआ था और हथियारों की तस्करी में शामिल था। मनोज साल्वी महज 22 साल का है लेकिन उसने 17 साल की उम्र से ही डॉन बनने का सपना देखना शुरू कर दिया था।
लॉरेंस बिश्नोई से प्रभावित होकर वह गैंग के संपर्क में आया और धीरे-धीरे उसके लिए काम करना शुरू कर दिया। जांच में सामने आया है कि वह सोशल मीडिया के माध्यम से लॉरेंस गैंग से जुड़ा रहा और उसे अलग-अलग अपराधों के लिए निर्देश दिए जाते थे।
मनोज ने लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई से वीडियो कॉल के जरिए बातचीत भी की थी जो इस समय जेल में है। पुलिस के अनुसार, मनोज को सोशल मीडिया पर टास्क दिए जाते थे, जिनमें हथियार सप्लाई समेत अन्य आपराधिक गतिविधियाँ शामिल थीं।
गुजरात एटीएस में पहले से ही मनोज के खिलाफ हथियार सप्लाई को लेकर शिकायत दर्ज थी। इसी आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे उदयपुर से गिरफ्तार किया। पूछताछ में यह भी सामने आया कि वह अलग-अलग राज्यों में हथियार पहुंचाता था। पुलिस को मनोज के जरिए लॉरेंस गैंग के अन्य सदस्यों और सोशल मीडिया नेटवर्क के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है।
मनोज का नाम 5 दिसंबर 2023 को हुए करणी सेना के नेता सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड से भी जुड़ा है। इस मामले में अन्य आरोपियों के साथ उसकी गिरफ्तारी हुई थी। उसके पास से हथियार और चाकू बरामद हुए थे। क्राइम ब्रांच अब लॉरेंस गैंग से उसके कनेक्शन की गहराई से जांच कर रही है।
लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ की दोस्ती में दरार, अलग हुए रास्ते – पुलिस को नेटवर्क तोड़ने में मिल सकती है मदद
यह खबर हाल ही में सामने आई है कि टारगेटेड किलिंग के ज़रिए अपना खौफ कायम करने वाले लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के बीच अब मतभेद पैदा हो गए हैं। बताया जा रहा है कि दोनों गैंगस्टरों ने अब अलग-अलग रास्ते चुन लिए हैं। सूत्रों के अनुसार, गोल्डी बराड़ इस समय अज़रबैजान में छिपे रोहित गोदारा के साथ मिलकर काम कर रहा है, जबकि लॉरेंस बिश्नोई कनाडा में मौजूद नोनी राणा के साथ अपनी गैंग को संचालित कर रहा है।
इन दोनों के बीच बढ़ती दूरी और आपसी दुश्मनी से पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को उनके आपराधिक नेटवर्क को तोड़ने में बड़ी मदद मिल सकती है। पुलिस लगातार लॉरेंस गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार कर रही है, चाहे वे देश में हों या विदेश में।
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