भरतपुर जिले के गहनौली थाना क्षेत्र में फौज में नौकरी लगाने का झांसा देकर ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मुख्य आरोपी समेत एक अन्य व्यक्ति की तलाश की जा रही है।
गांव परसा निवासी मानसिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी कि जून 2022 में वह उच्चैन में अपने रिश्तेदार राजवीर सिंह के यहां एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल हुआ था। इस दौरान उसकी मुलाकात राजवीर के रिश्तेदार रामफल गुर्जर (निवासी अलवर) से हुई। रामफल ने खुद को सेना में संपर्क वाले व्यक्ति के रूप में पेश किया और बताया कि वह कर्नल दिनेश तंवर के माध्यम से अब तक कई लोगों की फौज में भर्ती करवा चुका है।
रामफल ने भरोसा दिलाने के लिए कर्नल से फोन पर बात भी करवाई और मानसिंह से उसके बेटों और रिश्तेदारों के दस्तावेज मांग लिए। नौकरी लगवाने के नाम पर रामफल ने 10 लाख रुपये की मांग की, जिसमें मानसिंह ने किश्तों में पूरा भुगतान कर दिया। इसके बाद रामफल बहाने बनाकर टालमटोल करता रहा और फोन उठाना भी बंद कर दिया।
शक होने पर मानसिंह ने गहनौली थाने में ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। गहनौली थाना प्रभारी विजय सिंह छौंकर ने बताया कि जांच के दौरान सामने आया कि इस ठगी में रामफल अकेला नहीं था बल्कि उसके साथ अन्य लोग भी शामिल थे। मामले में चार लोगों के नाम सामने आए हैं।
पुलिस ने दो आरोपियों लोकेश और योगेश को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी रामफल गुर्जर और उसका एक अन्य साथी फिलहाल फरार हैं जिनकी तलाश में पुलिस टीमें जुटी हुई हैं। पुलिस इस गिरोह के अन्य पीड़ितों और आरोपियों की जानकारी जुटा रही है।
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