राजस्थान न्यूज: SSC-GD कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का रिजल्ट इसी महीने जारी हुआ, जिसमें एक उम्मीदवार को ऑल इंडिया में 34वीं रैंक हासिल हुई। लेकिन इस सफलता के पीछे एक बड़ा फर्जीवाड़ा छिपा था, जो अब सामने आ गया है।
असली कैंडिडेट की जगह परीक्षा देने वाला डमी कैंडिडेट दिल्ली की तिहाड़ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया है। यह मामला सीकर के SBS शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान सेंटर का है।
ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा…
SSC-GD की परीक्षा 7 फरवरी 2025 को टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की ओर से आयोजित की गई थी। सीकर के SBS संस्थान में परीक्षा के कुछ दिन बाद 10 फरवरी को निरीक्षण के लिए पहुंचे पर्यवेक्षक नरेश कुमार ने सेंटर के CCTV फुटेज खंगाले, जिसमें एक संदिग्ध परीक्षार्थी नजर आया। संदेह गहराने पर जांच की गई तो पता चला कि परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठा था।
हरियाणा का युवक निकला डमी कैंडिडेट…
सीओ धोद सुरेश शर्मा के अनुसार – 26 वर्षीय आरोपी सचिन निवासी रोहतक, हरियाणा को 12 जून को तिहाड़ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर सीकर लाया गया। पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह परीक्षा में असली कैंडिडेट सचिन मलिक की जगह बैठा था। यह सौदा भादरा निवासी संदीप नामक व्यक्ति से डेढ़ लाख रुपए में तय हुआ था, जो कि SBS सेंटर को अनुबंध पर चला रहा था।
आरोपी सचिन को दिल्ली में भी क्लर्क भर्ती परीक्षा में डमी के रूप में बैठना था, लेकिन 20 अप्रैल को बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के दौरान वह पकड़ा गया। वहां यह सौदा 10 लाख रुपए में हुआ था।
TCS कर्मचारी भी शामिल – जांच में सामने आया कि TCS के कुछ कर्मचारी भी इस फर्जीवाड़े में शामिल थे। 4 मई को दो कर्मचारियों- दिनेश कुमार और राकेश यादव को गिरफ्तार किया गया। अब इस फर्जीवाड़े के सामने आने के बाद SBS संस्थान को आगामी परीक्षाओं से ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। पुलिस अब अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।
राजस्थान न्यूज: विवाहिता ने की आत्महत्या, पति पर दहेज हत्या का मामला दर्ज
राजस्थान न्यूज़: वीजा के नाम पर लाखों की ठगी, पासपोर्ट लेकर आरोपी फरार