उदयपुर न्यूज: आरएनटी मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में एक दर्दनाक हादसे में युवा रेजिडेंट डॉक्टर की मौत हो गई।
वाटर कूलर से पानी भरते समय करंट लगने से उनकी मौके पर ही हालत बिगड़ गई। साथी डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। घटना के बाद रेजिडेंट डॉक्टरों में भारी आक्रोश फैल गया और 600 से अधिक डॉक्टरों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए काम का बहिष्कार कर दिया।
दरअसल, मृतक डॉक्टर रवि शर्मा हाल ही में खेरवाड़ा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टेड थे। कुछ दिन बाद उन्हें उदयपुर के महाराणा भूपाल सिंह हॉस्पिटल में कार्यभार ग्रहण करना था। इसी सिलसिले में वे चेतक सर्किल स्थित पीजी हॉस्टल में अपने चचेरे भाई और रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. प्रशांत के पास ठहरे हुए थे।
बुधवार देर रात करीब दो बजे डॉ. रवि हॉस्टल के कॉरिडोर में लगे वाटर कूलर से पानी भर रहे थे, तभी करंट की चपेट में आ गए। करंट लगते ही वे जोर से चिल्लाए और जमीन पर गिर पड़े। शोर सुनकर पास के कमरों से अन्य रेजिडेंट डॉक्टर दौड़े और उन्हें सीपीआर दिया, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ। तत्काल उन्हें एमबी हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
उस समय डॉ. प्रशांत की नाइट ड्यूटी चल रही थी। जैसे ही उन्हें हादसे की खबर मिली, पूरे हॉस्पिटल और कॉलेज परिसर में शोक की लहर दौड़ गई।
घटना से आक्रोशित रेजिडेंट्स ने गुरुवार सुबह से सभी विभागों में चिकित्सा सेवाएं बंद कर दीं। करीब 600 डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज के एडमिन ब्लॉक के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने हॉस्टल की बदहाल सुविधाओं और मेंटेनेंस की लापरवाही को इस हादसे का कारण बताया। उनका आरोप है कि प्रशासन ने कई बार शिकायत के बावजूद जरूरी सुधार नहीं किए।
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