राजस्थान के बीकानेर जिले के एक छोटे से गांव ऊदट से शुरू हुआ “ओम बन्ना टाइगर फोर्स” आज हज़ारों ज़रूरतमंद बेटियों और उनके परिवारों के लिए उम्मीद की किरण बन चुका है। पांच दोस्तों की इस सामाजिक पहल ने देशभर में अब तक 227 बेटियों की शादी में मायरा भरकर उनके जीवन की एक नई शुरुआत को आसान बना दिया है।
इस संगठन की स्थापना 2013 में माधोसिंह ऊदट और उनके चार साथियों – आदूराम मेघवाल, बबलू राणा, डूंगर पंचारिया और पदमाराम प्रजापत ने की थी। शुरुआत में आर्थिक तंगी थी लेकिन इरादा मजबूत था। धीरे-धीरे मेहनत रंग लाई और जब सभी दोस्त आर्थिक रूप से सक्षम हो गए, तो इस सेवा मिशन की नींव रखी गई।
- संगठन एक शादी में 75 हजार से लेकर एक लाख रुपए तक खर्च करता है।
- मायरा में दुल्हन के कपड़े, घरेलू उपयोग का सामान, उपहार, और जरूरत पड़ने पर भोजन व टेंट की व्यवस्था की जाती है।
- साल 2018 से “मायरा भरने” की मुहिम औपचारिक रूप से शुरू की गई थी।
- अब तक राजस्थान, हरियाणा और बिहार में 227 मायरे भरे जा चुके हैं।
- फोर्स के 4,000 से ज्यादा सदस्य 4 व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े हैं।
- जब भी किसी परिवार की मदद करनी होती है ग्रुप 10 घंटे के लिए खोला जाता है और सदस्य अपनी क्षमता अनुसार आर्थिक सहायता भेजते हैं।
- संगठन का मुख्यालय जोधपुर के मंडलनाथ क्षेत्र में है जहां जरूरतमंद परिवार शादी से 20 दिन पहले फॉर्म भरकर मदद के लिए आवेदन करते हैं।
- सोशल मीडिया पर भी संगठन की बड़ी मौजूदगी है। फेसबुक पर 3.89 लाख और इंस्टाग्राम पर 3.08 लाख फॉलोअर्स संगठन से जुड़े हैं।
- मिशन कन्यादान के तहत इनका लक्ष्य 1100 बेटियों की शादी में मायरा भरने का है।
जयपुर न्यूज: पड़ोसी की ब्लैकमेलिंग में फंसी विवाहिता, होटल में किया दुष्कर्म
भरतपुर न्यूज: खेतों में 33 केवी लाइन लगाने पहुंचे अधिकारियों को भगा-भगा के पीटा
परीक्षा देने पहुंचे छात्र नेता निर्मल चौधरी और विधायक पूनिया को जयपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार