अजमेर न्यूज़: जयपुर राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के वन टाइम रजिस्ट्रेशन (OTR) सिस्टम में बड़ा खुलासा हुआ है। आयोग की जांच में सामने आया है कि राज्य में 10 लाख से अधिक अभ्यर्थियों की केवाईसी (KYC) प्रक्रिया अब तक अधूरी है। कई उम्मीदवारों ने एक से ज्यादा प्रोफाइल बनाकर गड़बड़ी को अंजाम दिया है। आयोग अब ऐसे मामलों पर सख्ती के मूड में है।
69 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन, 10 लाख बिना KYC-
आरपीएससी सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि अभी तक OTR पोर्टल पर कुल 69 लाख 58 हजार 433 अभ्यर्थी रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। इनमें से 37.53 लाख अभ्यर्थियों ने आधार और 21.70 लाख ने जन आधार के जरिए ई-केवाईसी पूरी कर ली है। लेकिन 10 लाख 34 हजार से ज्यादा कैंडिडेट्स ऐसे हैं। जिन्होंने केवल SSO ID से रजिस्ट्रेशन किया है, पर अभी तक उनकी केवाईसी नहीं हुई है।
एक से अधिक प्रोफाइल पर भी लगेगा अंकुश-
जांच में यह भी सामने आया है कि कई उम्मीदवारों ने विभिन्न SSO ID के जरिए एक से अधिक प्रोफाइल बना रखी हैं। ऐसे दोहराव को रोकने और अभ्यर्थी की पहचान सुनिश्चित करने के लिए अब आयोग ने आधार या जन आधार के जरिए ई-केवाईसी अनिवार्य कर दी है।
बिना KYC नहीं भर पाएंगे आवेदन-
कार्मिक विभाग के 27 नवंबर 2024 के निर्देशों के अनुसार, अब स्टेट रिक्रूटमेंट पोर्टल से किसी भी भर्ती में आवेदन करने के लिए KYC जरूरी कर दी गई है। ऐसे में जिन अभ्यर्थियों ने अभी तक केवाईसी नहीं कराई है। वे 7 जुलाई 2025 से पोर्टल पर जाकर आधार या जन आधार से ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे। बिना KYC के कोई भी कैंडिडेट अब किसी भर्ती में आवेदन नहीं कर सकेगा।
बिना फीस हर भर्ती में आवेदन की सुविधा तभी संभव-
OTR के तहत अभ्यर्थियों को सभी परीक्षाओं में बिना आवेदन शुल्क के फॉर्म भरने की सुविधा दी गई है। लेकिन इसके लिए ई-केवाईसी पूरा करना अनिवार्य होगा। आयोग ने उम्मीदवारों से अपील की है कि समय रहते अपनी KYC अपडेट कर लें, ताकि भविष्य में किसी भर्ती से वंचित न रह जाएं।
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