नागौर: खींवसर उपखंड क्षेत्र के आकला गांव में मंगलवार को एक हृदयविदारक हादसे में एक ही परिवार के दो मासूम बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हो गई।
दोनों बच्चे बकरियों को पानी पिलाने तालाब पर गए थे, जहां अचानक पैर फिसलने से वे गहरे पानी में चले गए। देर शाम तक चली रेस्क्यू कार्रवाई के बाद दोनों के शव बाहर निकाले जा सके। बुधवार सुबह पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। गांव में घटना के बाद शोक की लहर फैल गई।
दरअसल, गांव के रहने वाले मुकेश मेघवाल का 9 वर्षीय पुत्र कैलाश और उनके रिश्तेदार मदनराम का 10 वर्षीय बेटा देवाराम मंगलवार को घर से बकरियों को चराने व पानी पिलाने के लिए निकले थे। खेतों के पास स्थित सड़क किनारे बने तालाब पर दोनों बकरियों को पानी पिला रहे थे, तभी अचानक पैर फिसलने से दोनों तालाब में गिर गए।
आसपास कोई मौजूद नहीं होने से समय पर मदद नहीं मिल सकी। जब काफी देर तक बच्चे घर नहीं लौटे तो परिजनों ने तलाश शुरू की और तालाब के पास जाकर देखा तो वहां उनकी चप्पलें और बकरियां मिलीं, जिससे अनहोनी की आशंका गहराई।
रेस्क्यू में लगे 4 घंटे से ज्यादा – परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस और ग्रामीणों ने चार घंटे तक मशक्कत कर तालाब से दोनों बच्चों के शव बाहर निकाले। उन्हें तुरंत खींवसर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। रात को शवों को खींवसर अस्पताल की मॉर्च्यूरी में रखवाया गया। बुधवार सुबह दोनों का पोस्टमॉर्टम कर शव परिजनों को सौंप दिए गए।
थानाधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मामला हादसे का प्रतीत हो रहा है। बच्चों के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराया गया है। परिजनों के बयान लिए जा रहे हैं। फिलहाल परिजन गहरे सदमे में हैं, इसलिए आगे की कार्रवाई उनके संभलने के बाद की जाएगी।
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