केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि “हमने 66.916 किलोमीटर लंबे, चार लेन वाले ग्रीनफील्ड बांदीकुई एक्सप्रेसवे का निर्माण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है, जिसे ₹2,016 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है।
यह रणनीतिक रूप से अहम परियोजना दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेसवे और जयपुर के बीच सीधी, नियंत्रित पहुंच वाली कनेक्टिविटी उपलब्ध कराती है – जो पहले एक सीधा मार्ग न होने के कारण यात्रियों को लंबा और अधिक ईंधन खर्च करने वाला रास्ता अपनाने को मजबूर करती थी।
यह नया एक्सप्रेसवे दिल्ली और जयपुर के बीच यात्रा का समय 3 घंटे 45 मिनट से घटाकर सिर्फ 3 घंटे कर देगा, जिससे गतिशीलता में काफी सुधार होगा और एनएच-48 व एनएच-21 पर भीड़भाड़ कम होगी।”
ट्रायल रन शुरू – इसी क्रम में बुधवार सुबह 8 बजे से जयपुर को दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले 67 किमी लंबे बांदीकुई-जयपुर ग्रीनफील्ड फोरलेन एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का ट्रायल रन शुरू कर दिया गया।
दौसा जिले के भेड़ोली और खुरी गांव स्थित इंटरचेंज से वाहनों की आवाजाही शुरू हुई। इस परियोजना से जयपुर और दिल्ली के बीच न केवल दूरी 20 किमी कम होगी, बल्कि सफर का समय भी घटेगा और जगह-जगह लगने वाले जाम से राहत मिलेगी।
₹2,016 करोड़ रुपए की लागत से बने इस एक्सप्रेसवे का ट्रायल फिलहाल 10 दिन तक चलेगा, जिसमें सभी प्रकार के वाहन बिना टोल टैक्स के आ-जा सकेंगे।
ट्रायल के बाद उद्घाटन की तारीख तय की जाएगी। जयपुर से बांदीकुई का सफर अब केवल 30 मिनट में तय किया जा सकेगा और दौसा की ओर से आने वाले वाहन बगराना से सीधे दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे पर जा सकेंगे।
मार्ग में 5 प्रमुख इंटरचेंज पॉइंट :– कानोता-बगराना, नायला, लालवास-सुंदरपुरा, खुरी खुर्द और भेड़ोली बनाए गए हैं, जहां से वाहन एक्सप्रेसवे पर चढ़ और उतर सकेंगे। सुरक्षा के लिहाज से सड़क की ऊंचाई 12 फीट के करीब रखी गई है ताकि मवेशियों की एंट्री रोकी जा सके।