भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर कस्बे में युवक की हत्या के मामले ने अब साम्प्रदायिक रंग ले लिया है। घटना के बाद कस्बे में तनाव का माहौल है। प्रशासन ने तनाव को देखते हुए एहतियातन 5 और 6 जुलाई को मोहर्रम पर निकलने वाले ताजिया जुलूस पर रोक लगा दी है।
मृतक सीताराम कीर के परिजनों और स्थानीय लोगों ने शनिवार सुबह से सरकारी अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। शनिवार को पूरे जहाजपुर कस्बे में बंद का असर देखा गया। परिजनों ने सरकार से एक करोड़ रुपए के मुआवजे और आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग की है।
क्या है मामला ?
पुलिस के अनुसार टोंक जिले के छावनी क्षेत्र निवासी चार युवक—सीताराम, सिकंदर, दिलखुश और दीपक एक पारिवारिक कार्यक्रम के लिए जहाजपुर आए थे। शुक्रवार शाम करीब 7:30 बजे मुख्य बाजार से गुजरते समय उनकी कार एक ठेले से टकरा गई।
ठेले वाले से कहासुनी के बाद विवाद बढ़ गया और मौके पर लगभग भीड़ इकट्ठा हो गई। भीड़ ने चारों युवकों के साथ मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान सीताराम को कार से बाहर खींचकर सड़क पर फेंका गया और बेरहमी से पीटा गया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस कार्रवाई और सुरक्षा व्यवस्था-
हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक 16 नामजद और 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्षेत्र में 10 थानों का पुलिस बल तैनात किया गया है। हालात पर जिला प्रशासन और पुलिस की नजर बनी हुई है।
स्थिति अभी भी तनावपूर्ण-
प्रदर्शनकारी दोषियों की गिरफ्तारी, मुआवजे और सख्त कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं। प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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