कोटा जिले के रामगंजमंडी क्षेत्र में एक छात्रा द्वारा शिक्षिका पर जानबूझकर परीक्षा में फेल करने का गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित शिक्षिका को निलंबित कर दिया।
नंबर अच्छे, फिर भी फेल
पूरा मामला था कि – राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, मोडक की कक्षा 11वीं की छात्रा ने जनसुनवाई के दौरान मंत्री से शिकायत की कि उसकी फिजिक्स की शिक्षिका सविता मीणा ने निजी दुश्मनी के चलते उसे जानबूझकर परीक्षा में फेल कर दिया। छात्रा का आरोप है कि शिक्षिका का उसके चाचा के साथ स्कूल की लाइब्रेरी की किताबों को लेकर विवाद हुआ था और उसी का बदला लेने के लिए उसे निशाना बनाया गया।
छात्रा ने बताया कि दोबारा कॉपी की जांच कराए जाने पर उसे सप्लीमेंट्री दी गई, जबकि उससे कम अंक पाने वाले अन्य विद्यार्थियों को पास कर दिया गया। उसके अनुसार, कुल मिलाकर उसके 70.40 प्रतिशत अंक बन रहे थे इसके बावजूद उसे अनुत्तीर्ण घोषित कर दिया गया।
शिकायत पर हुई दोबारा जांच
छात्रा की शिकायत सुनते ही शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने अधिकारियों से मामले की जानकारी ली। पता चला कि शिक्षिका सविता मीणा के खिलाफ पहले से भी कई शिकायतें दर्ज हैं और उन्हें पहले एपीओ किया गया था लेकिन वे कोर्ट से स्थगन आदेश ले आई थीं।
मंत्री ने कहा, “जो होना था वो हो गया, लेकिन अब मैं इस शिक्षिका को तत्काल प्रभाव से निलंबित करता हूं।”
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