क्राइम न्यूज : हरियाणा के गुरुग्राम में 25 वर्षीय एक टेनिस खिलाड़ी एक युवती की उसके ही पिता ने गोली मारकर हत्या कर दी। 25 वर्षीय जूनियर इंटरनेशनल टेनिस प्लेयर राधिका यादव की उसके पिता दीपक यादव ने लाइसेंसी पिस्टल से तीन गोलियां मारकर हत्या कर दी।
परिजनों और पुलिस के अनुसार पिता-पुत्री के बीच बीते कई दिनों से टेनिस एकेडमी को बंद करने को लेकर विवाद चल रहा था। पुलिस जांच में सामने आया है कि दीपक यादव को समाज के लोगों से यह ताना सुनना पड़ता था कि वह बेटी की कमाई खा रहा है, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा था।
चाचा की FIR में हत्या की पूरी कहानी: तीन अहम बिंदु
राधिका के चाचा कुलदीप यादव द्वारा दर्ज FIR में जो घटनाक्रम सामने आया, उसके मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
1. किचन में गोलीबारी: राधिका 10 जुलाई की सुबह किचन में खाना बना रही थी। इसी दौरान पीछे से पिता दीपक ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से उसे तीन गोलियां मार दीं।
2. रसोई में लथपथ मिली बेटी: गोली की आवाज सुनकर चाचा कुलदीप ऊपर पहुंचे तो राधिका खून से लथपथ रसोई में पड़ी थी, जबकि पिस्टल ड्राइंग रूम में रखी मिली।
3. हत्या के बाद शांत बैठा रहा आरोपी: कुलदीप ने बताया कि घटना के बाद दीपक राधिका के पास बैठा रहा, जिसे मौके पर पहुंची पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पिता का कबूलनामा: “लोगों के तानों से टूट गया था, इसलिए गोली मारी”
पुलिस पूछताछ में आरोपी दीपक यादव ने कहा:
मैंने बेटी को कई बार समझाया कि एकेडमी बंद कर दे, हमारे पास सब कुछ है। लेकिन वह नहीं मानी। समाज के तानों से मैं टूट चुका था। गुस्से में आकर गोली चला दी
मां के बयान पर उठा सवाल
राधिका की मां मंजू यादव ने पुलिस को बताया कि घटना के समय वह घर में नहीं थीं, उन्हें बुखार था। हालांकि, चाचा कुलदीप का दावा है कि मंजू उस वक्त पहली मंजिल पर मौजूद थीं, जहां गोली चलाई गई।
राधिका यादव: भारत की उभरती टेनिस स्टार का अंत
राधिका यादव ने छोटी उम्र से टेनिस खेलना शुरू किया और जल्द ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाया:
ITF (इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन) डबल्स रैंकिंग में सर्वश्रेष्ठ स्थान: 113 (नवंबर 2024)
AITA महिला सिंगल्स में सर्वश्रेष्ठ रैंक: 35, डबल्स में: 53
हरियाणा की चार शीर्ष महिला खिलाड़ियों में शामिल, जिन्होंने AITA सिंगल्स में टॉप-100 में स्थान पाया।
जून 2024 में ट्यूनीशिया के W15 टूर्नामेंट में हिस्सा लिया।
फरवरी 2017 में ग्वालियर में ताइवान की खिलाड़ी से इंटरनेशनल मुकाबला।
कुल 112 हफ्ते तक विमन डबल्स टॉप-100 में बनी रहीं।