अजमेर न्यूज़: नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा शुक्रवार को एक दिवसीय दौरे पर अजमेर पहुंचे, जहां उन्होंने “वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान” के तहत ऐतिहासिक आनासागर झील का क्रूज के जरिए निरीक्षण किया।
इस दौरान झील की स्थिति, जल गुणवत्ता और सफाई व्यवस्था का जायज़ा लिया गया। मंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि आनासागर झील में आने वाला पानी पूरी तरह ट्रीटेड हो और कोई भी गंदा नाला बिना शुद्धिकरण के झील में न गिरे।
इस निरीक्षण के दौरान अजमेर की महापौर ब्रजलता हाडा, डिप्टी मेयर नीरज जैन, शहर भाजपा अध्यक्ष रमेश सोनी सहित अन्य जनप्रतिनिधि और नगर निगम के अधिकारी मौजूद रहे।
महत्वपूर्ण निर्देश और घोषणाएं:
- मंत्री ने बताया कि आनासागर झील में पहले जलकुंभी की भारी समस्या थी, जिसे अब काफी हद तक साफ कर दिया गया है।
- झील में अब भी कुछ नाले बिना ट्रीटमेंट के गिर रहे हैं, जिनकी जल्द ट्रीटमेंट व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
- सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) की क्षमता बढ़ाने को लेकर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश भी दिए गए।
- जल संरक्षण अभियान के तहत झील की सफाई को और सुदृढ़ बनाने की योजना तैयार की जाएगी।
नगर निकाय चुनाव पर बयान:
मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने साफ किया कि राजस्थान के सभी नगर निकाय चुनाव 2025 में ही कराए जाएंगे। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले की सरकार में निकायों की संपत्ति की बंदरबांट हुई, और निकायों को आर्थिक रूप से कमजोर कर दिया गया।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि वर्तमान सरकार का प्रयास है कि सभी नगर निकाय आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनें और जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप सेवाएं उपलब्ध कराएं।
मानसून से पहले सफाई पर फोकस:
मंत्री ने बताया कि मानसून आगमन से पहले बड़े नालों और नालियों की सफाई 10 दिन के भीतर पूरी की जाए। इस काम की निगरानी के लिए जिला कलेक्टर को जिम्मेदारी दी गई है, और किसी भी लापरवाही पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।नगरीय विकास मंत्री का यह दौरा अजमेर के लिए महत्वपूर्ण रहा, जहां उन्होंने जल संरक्षण, स्वच्छता और प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। आने वाले समय में अगर इन निर्देशों पर अमल हुआ, तो आनासागर झील को स्वच्छ और सुंदर बनाना संभव होगा। साथ ही नगरीय निकायों की आर्थिक मजबूती और विकास के नए आयाम भी तय होंगे।