राजस्थान मानसून अपडेट: मानसून अब पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विशेष रूप से पूर्वी राजस्थान में अगले कुछ दिनों तक तेज़ बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।
कम दबाव का क्षेत्र बना बारिश की वजह
पूर्वी राजस्थान के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र अब कमजोर होकर एक परिसंचरण तंत्र (सर्कुलेशन सिस्टम) के रूप में उत्तर-पूर्वी भागों में मौजूद है। इसके चलते पूरे राज्य में मौसम प्रणाली सक्रिय बनी हुई है।
आज कहां-कहां होगी बारिश?
20 जून:
कोटा संभाग और उसके आसपास के जिलों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है।
जयपुर, भरतपुर, अजमेर और उदयपुर संभाग के कुछ हिस्सों में मध्यम से अच्छी बारिश हो सकती है।
जोधपुर और बीकानेर के सीमावर्ती इलाकों को छोड़कर, पूर्वी भागों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश के आसार हैं।
21 से 23 जून तक भारी बारिश का नया दौर
21 जून: पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश जारी रहेगी।
22 और 23 जून: भरतपुर और कोटा संभाग में फिर से भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है।
इस दौरान दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में 100 मिमी से अधिक वर्षा हो सकती है।
मौसम का ताज़ा हाल
सबसे अधिक बारिश: भरतपुर में बीते 24 घंटे में 85 मिमी बारिश दर्ज की गई।
अधिकतम तापमान: जैसलमेर में 43.1 डिग्री सेल्सियस रहा।
न्यूनतम तापमान: सिरोही में 20.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
अगले 5-7 दिन का पूर्वानुमान
राज्य के पूर्वी हिस्सों में अगले 5 से 7 दिनों तक अधिकांश जगहों पर मध्यम से तेज़ बारिश और कुछ जगहों पर भारी बारिश होती रहेगी।
पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर और बीकानेर संभाग के सीमावर्ती क्षेत्रों में बारिश की गतिविधि कम रह सकती है, लेकिन वहां भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है।
पूर्वी भारत का प्रभाव
पश्चिम बंगाल और आसपास के क्षेत्रों में बना सुस्पष्ट कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है। इसका प्रभाव 21 जून से राजस्थान पर भी दिखेगा, जिससे राज्य में फिर एक बार अच्छी बारिश का सिलसिला शुरू होगा।
जयपुर और नागौर में भी बारिश के आसार
मानसून के सक्रिय होने के बाद जहाँ राजस्थान में बारिश का दौर अब शुरू हो चूका है वहीँ जयपुर, अजमेर, नागौर और भीलवाडा में भी अगले कुछ दिनों तक बारिश के आसार बने हुए है।
सावधानी और सुझाव
- निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति से सतर्क रहें।
- तेज़ बारिश के दौरान यात्रा से बचें। कृषि कार्यों के लिए यह बारिश लाभकारी हो सकती है, लेकिन किसानों को मौसम अपडेट के अनुसार ही कार्य योजना बनानी चाहिए।
- राज्य के नागरिकों से अपील है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
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