उदयपुर के गोवर्धन विलास थाना पुलिस ने फाइनेंस कर्मियों से लूटपाट करने वाली शातिर गैंग के मुख्य आरोपी अविनाश मीणा,निवासी बिछीवाड़ा, डूंगरपुर को गिरफ्तार कर लिया है। अविनाश पर 5000 का इनाम घोषित था और यह पिछले एक साल से पुलिस की पकड़ से बाहर चल रहा था।
थानाधिकारी दिलीप सिंह झाला ने बताया कि इससे पहले उसके तीन साथी — अजीत कुमार मीणा और राकेश मीणा को 14 दिसंबर 2024 को तथा नवीन मीणा को 10 दिसंबर 2024 को गिरफ्तार किया जा चुका है।
12 वारदातों का खुलासा, 10 लाख से अधिक की लूट-
पूछताछ में इन आरोपियों ने गोवर्धन विलास के साथ-साथ टीडी, जावरमाइंस, सराड़ा, ऋषभदेव और झाड़ोल सर्कल में कुल 12 लूट की घटनाओं को अंजाम देना कबूला, जिनमें वे 10 लाख रुपए से ज्यादा की रकम लूट चुके थे।
ऐसे करते थे वारदात: पूरी रैकी के बाद हाईवे पर लूट-
गैंग पूरी योजना बनाकर फाइनेंस कंपनियों के कर्मचारियों की रैकी करता था। ये सभी ग्रामीण क्षेत्रों में किश्त वसूली कर लौटते कर्मचारियों पर नजर रखते। जैसे ही कर्मचारी गांवों से रकम लेकर निकलता, गैंग का एक सदस्य हाईवे पर खड़े साथियों को सूचना देता।
इसके बाद पावर बाइक पर सवार आरोपी सुनसान जगह पर कर्मचारी को रोकते, हथियार दिखाकर मारपीट करते और रकम लूटकर फरार हो जाते। लूटी गई राशि को मौज-मस्ती में उड़ा देते थे।
500 CCTV फुटेज और मोबाइल डेटा से मिली सफलता-
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीम गठित की और 500 से अधिक CCTV फुटेज खंगाले। साथ ही 100 किमी के क्षेत्र में मोबाइल टावरों से संदिग्ध नंबरों का डेटा जुटाया गया। अलग-अलग घटनाओं के फुटेज का मिलान कर राकेश और अजीत को चिह्नित किया गया। फिर पूछताछ के आधार पर पूरे गिरोह का भंडाफोड़ किया गया।
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