Sunday, August 3, 2025
Homeराजस्थाननागौर नगर परिषद में हंगामा, विकास कार्यों को लेकर भिड़े पार्षद, स्याही...

नागौर नगर परिषद में हंगामा, विकास कार्यों को लेकर भिड़े पार्षद, स्याही फेंकने तक पहुँचा मामला

नगर परिषद की बैठक में विरोध चरम पर, पार्षदों की तकरार के बीच सभापति के पति पर फेंकी गई काली स्याही

नागौर में नगर परिषद के सभागार में आयोजित साधारण सभा की बैठक उस समय विवादों में घिर गई। जब पार्षद भरत टांक ने बैठक के दौरान सभापति नीतू बोथरा के पति और पार्षद नवरत्न बोथरा पर काली स्याही फेंक दी। यह पूरा घटनाक्रम हाल ही में हुए सामूहिक इस्तीफों की पृष्ठभूमि और नगर की सफाई व्यवस्था को लेकर उठे असंतोष के बीच घटित हुआ।

बैठक में पहले से ही विवाद की आशंका के चलते नगर परिषद कार्यालय में भारी पुलिस बल और आरएसी के जवानों की तैनाती की गई थी। इसके बावजूद, माहौल इतना बिगड़ा कि दोनों पक्षों में हाथापाई की नौबत आ गई। वरिष्ठ पार्षदों को बीच-बचाव करना पड़ा।

क्या था विवाद का कारण?

हाल ही में सभापति नीतू बोथरा के खिलाफ विरोधी गुट द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया था, जो भाजपा नेतृत्व की हस्तक्षेप के चलते गिर गया। इसके बाद 24 पार्षदों ने इस्तीफे भेज दिए थे। इनमें भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय पार्षद शामिल थे। पार्षदों का आरोप था कि नगर परिषद की सफाई व्यवस्था बदहाल है और विकास कार्यों में बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं।

 क्या बोले नवरत्न बोथरा?

स्याही फेंकने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पार्षद नवरत्न बोथरा ने कहा –

कुछ लोग मुझे कमजोर करना चाहते हैं और विकास कार्यों को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। यह पूरी घटना उसी मानसिकता की परिणति है। स्याही फेंकना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य है।

 सभापति नीतू बोथरा ने जताई नाराज़गी-

सभा की अध्यक्षता कर रहीं नीतू बोथरा ने कहा –

यह नगर परिषद के इतिहास में शर्मनाक घटना है। दोषी पार्षद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साढ़े चार वर्षों में पहली बार कुछ पार्षदों का ऐसा गैरजिम्मेदाराना रवैया सामने आया है।

 पुलिस ने उठाया कड़ा कदम-

काली स्याही फेंकने वाले पार्षद भरत टांक को मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया और उन्हें कोतवाली थाने ले जाया गया। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

जानिए क्या था इस्तीफों का मामला-

9 जून को विरोधी पार्षदों ने सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, लेकिन 27 जून को चर्चा में भाग नहीं लेने से प्रस्ताव खारिज हो गया। उसी दिन 24 पार्षदों ने इस्तीफे देने की प्रक्रिया शुरू की और बाद में डाक के जरिए इस्तीफे भेजे। अब तक 3 पार्षद अपने इस्तीफे वापस ले चुके हैं।

 इस्तीफा देने वालों में ये प्रमुख नाम शामिल थे

उपसभापति सदाकत सुलेमानी, शोभा कंवर भाटी, अजीजुद्दीन अंसारी, जावेद खान, तौफीक खान, सरोज ओड, अफरोज जहां, चंद्रकांता सोनगरा, शिवरी देवी, कैलाशी मेघवाल, भजन सिंह, पायल गहलोत और अन्य।

नागौर हाईवे पर भीषण हादसा, ट्रेलर ने स्लीपर बस को पीछे से रौंदा, दो की मौत, कई घायल

नागौर पुलिस की कार्रवाई, अजमेर का युवक एमडीएमए ड्रग, दो आईफोन और नकदी सहित गिरफ्तार

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Amazon Deals

Most Popular

Recent Comments

error: Content is protected !!