भीलवाड़ा जिले के ग्रामीण इलाकों में विकास कार्यों की गुणवत्ता एक बार फिर सवालों के घेरे में है। कुछ महीने पहले बना एक पुल पहली ही बारिश में टूट गया, जिससे स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
विरोध जताने के लिए ग्रामीणों ने बहते पानी में अलगोजा बजाते हुए नाच-गान किया और प्रशासन की लापरवाही पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
काछोला थाना क्षेत्र के कटारिया खेड़ा, उम्मेदपुरा और खजुरिया गांवों को जोड़ने वाला यह पुल कुछ ही महीने पहले बना था। लेकिन हालिया बारिश में पुल पूरी तरह से टूट गया, जिससे इन गांवों का संपर्क कट गया है। ग्रामीणों का कहना है कि अब बच्चों का स्कूल जाना मुश्किल हो गया है।
बहते पानी में अलगोजा बजाकर किया अनोखा प्रदर्शन
उम्मेदपुरा स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे–बच्चियों को हल्की बारिश के दौरान भी स्कूल छोड़ना पड़ रहा है।
गांव के लोग यह भी बताते हैं कि किसी आपात स्थिति – जैसे प्रसव या गंभीर बीमारी में मरीजों को अस्पताल पहुंचाना असंभव हो गया है क्योंकि यही मुख्य रास्ता पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है।
पुल के टूटने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन से मामले की जांच कराने की मांग की है। उनका कहना है कि निर्माण में लापरवाही या घटिया सामग्री इस्तेमाल के कारण यह स्थिति पैदा हुई है। लोगों ने साफ कहा कि संबंधित विभाग को जिम्मेदारी तय कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
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