अजमेर में मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष गंगाराम मूलचंदानी पहुंचे। उनका संभाग के सबसे बड़े जेएलएन अस्पताल में गर्मजोशी से स्वागत किया गया। अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरविंद खरे के कक्ष में उन्होंने प्रिंसिपल डॉक्टर अनिल सामरिया, वरिष्ठ चिकित्सकों और पीडब्ल्यूडी व अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ मुलाकात की।
आयोग तक पहुंची शिकायतों पर हुई विस्तृत चर्चा-
बैठक में अस्पताल से मानव अधिकार आयोग तक पहुंची विभिन्न शिकायतों पर गहराई से विचार-विमर्श हुआ। मुख्य रूप से मेडिकल जूरी विभाग में लंबे समय से जारी करंट की समस्या पर विशेष ध्यान दिया गया। अध्यक्ष मूलचंदानी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि समस्या को हल करने के लिए कमरे को बंद करना समाधान नहीं, बल्कि ठोस और दीर्घकालिक उपाय जरूरी हैं।
पीडब्ल्यूडी विभाग की शिकायतों पर जताई नाराजगी-
बैठक में पीडब्ल्यूडी विभाग से प्राप्त शिकायतों को लेकर भी आयोग अध्यक्ष ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि शिकायतों के निस्तारण में देरी या लापरवाही कतई स्वीकार्य नहीं है।
अस्पताल के सभी विभागों का किया निरीक्षण-
शिकायतों पर चर्चा के बाद मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष ने जेएलएन अस्पताल के सभी विभागों का दौरा कर वहां के हालात का जायजा लिया। इसका उद्देश्य अस्पताल में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था और मरीजों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं सुनिश्चित करना था।
मानव अधिकार आयोग की प्रतिबद्धता-
गंगाराम मूलचंदानी ने इस मौके पर अस्पताल प्रशासन को मानवाधिकारों के संरक्षण और मरीजों की भलाई के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिए कहा। आयोग ने अस्पताल में सुधार के लिए नियमित निगरानी जारी रखने की बात भी कही है।
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