झुंझुनूं के चिड़ावा कस्बे में एक दर्दनाक सड़क हादसे में राजकीय शिक्षक राधेकांत सैनी की जान चली गई। घटना रात करीब 9 बजे सैनी धर्मशाला के पास उस वक्त हुई, जब वह शनि मंदिर से दर्शन कर लौट रहे थे।
इसी दौरान सामने से तेज रफ्तार में आ रही एक बाइक से उनकी टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि राधेकांत गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि दूसरा बाइक सवार मौके से फरार हो गया।
स्थानीय लोगों ने घायल राधेकांत को तुरंत चिड़ावा के एक निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के दौरान उनकी हालत गंभीर बताई गई। डॉक्टरों ने उन्हें झुंझुनूं रेफर किया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। झुंझुनूं अस्पताल में पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलते ही चिड़ावा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। हेड कॉन्स्टेबल मंजू ने प्रारंभिक जांच शुरू की। शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड की निगरानी में करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुटी है।
एक माह पहले हुआ था प्रमोशन, अलवर में कर रहे थे सेवा-
राधेकांत सैनी ने वर्ष 2013 में नागौर जिले में सेकेंड ग्रेड शिक्षक के रूप में सेवा की शुरुआत की थी। बाद में उनका स्थानांतरण झुंझुनूं जिले के कुतुबपुरा में हुआ। करीब एक माह पहले ही उनका प्रमोशन हुआ था।
जिसके बाद उन्होंने अलवर जिले के राजगढ़ तहसील के फिरोजपुर स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में कार्यभार संभाला था। वे हर शनिवार अपने चिड़ावा स्थित घर आया करते थे।
पीछे छूट गया परिवार, 8 महीने का बेटा जिसका अभी नामकरण भी नहीं हुआ-
राधेकांत के असमय निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पिता रामेश्वरलाल सैनी का पहले ही निधन हो चुका था। उनकी पत्नी आरती गृहिणी हैं। उनका बड़ा बेटा दूसरी कक्षा में पढ़ता है।
जबकि छोटा बेटा महज 8 महीने का है, जिसका अभी नामकरण संस्कार भी नहीं हुआ था। परिवार में उनकी एक बड़ी बहन भी हैं, जिनकी शादी हो चुकी है।
यह हादसा एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन की गंभीरता की ओर ध्यान खींचता है। एक होनहार शिक्षक, एक पिता और एक बेटे की इस तरह की असामयिक मृत्यु समाज के लिए बड़ी क्षति है।
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