बीकानेर की वर्षों पुरानी रेल फाटक की समस्या को खत्म करने के लिए राज्य सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। कोटगेट और सांखला फाटक पर अंडरपास निर्माण का रास्ता अब साफ हो गया है। इस परियोजना के लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिसके तहत कुल 36 दुकानों को हटाया जाएगा।
राज्य सरकार का गजट नोटिफिकेशन जारी, अधिग्रहण का काम शुरू-
राज्य सरकार ने इस संबंध में गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है और प्रभावित दुकानदारों को अधिग्रहण नोटिस थमा दिया गया है। यह पूरी प्रक्रिया 60 दिन में पूरी की जाएगी। इस दौरान अधिग्रहित भूमि की न तो खरीद-फरोख्त हो सकेगी और न ही कोई निर्माण कार्य।
कोटगेट और सांखला फाटक पर बनेंगे अंडरपास-
दोनों फाटकों पर अंडरपास बनाए जाएंगे ताकि शहर के लोग ट्रेनों के कारण लगने वाले बार-बार के जाम से राहत पा सकें। कोटगेट के पास 124.52 वर्ग मीटर और सांखला फाटक के पास 184.21 वर्ग मीटर जमीन अधिग्रहित की जा रही है। सरकार के अनुसार, यह ज़मीन अंडरपास के लिए जरूरी है और इसके बिना निर्माण संभव नहीं है।
इन दुकानों को किया जाएगा अधिग्रहित-
कोटगेट के पास प्रभावित दुकानें-
- नथमल एंड संस
- ओमप्रकाश भगवती देवी
- दीन मल दीपचंद प्रजापत
- जमनादास पन्नालाल महावीर प्रसाद
- पेंटर भोज
- स्टोर ओमप्रकाश भगवंती देवी
- ओसवाल ट्रेडर्स
- वाइन शॉप
- चांद देवी पत्नी गिरधारीलाल
- जयभारत स्टोर राजेश कुमार
- मसाला शॉप इंद्रजीत सोलंकी
- गेस्ट हाउस चिरंजीलाल श्रीमाली
- पानी की प्याऊ का एक भाग
इन दुकानों की पूरी बिल्डिंग नहीं हटेगी, केवल जरूरी हिस्सा ही हटाया जाएगा।
सांखला फाटक के पास प्रभावित दुकानें-
- काली माई होटल
- सूर्य कश्यप की दुकान
- गुड्डू डिस्पोजल एंड केमिकल्स
- विनीत प्रोविजनल स्टोर
- ओमप्रकाश गहलोत की दो दुकानें
- भाटी प्रोविजन स्टोर
- राजेंद्र अग्रवाल का गेट और साइकिल स्टैंड
- डेयरी, डिस्पोजल शॉप और विशाल डिस्पोजल भंडार
- अग्रवाल भवन
- मनीष अग्रवाल के खंडाराम स्टोर व पिंजारे वाली दुकान
- चार बंद दुकानें
- बी.एस. अग्रवाल और रतन रेडियो
- उर्मिला आसोपा की झंवरजी घी
- ओसापा होम्योपैथी
- एक बंद मकान
आपत्तियां दर्ज करने के लिए 60 दिन का समय-
प्रभावित दुकान और मकान मालिकों को 60 दिन का समय दिया गया है, जिसमें वे अपनी आपत्ति या सुझाव दर्ज करवा सकते हैं। इसके बाद प्रशासन हटाने की कार्रवाई शुरू करेगा।
अंडरपास निर्माण में लग सकता है एक साल का समय-
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अंडरपास निर्माण कार्य शुरू होगा, जिसे पूरा होने में लगभग एक वर्ष का समय लग सकता है। लेकिन इसके पूरा होते ही बीकानेर को फाटक जाम से स्थायी राहत मिलेगी।
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