मेड़ता शहर (नागौर)। मेड़ता पुलिस ने ठगी के एक अनोखे मामले का खुलासा करते हुए तीन ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो महिलाओं के कपड़े पहनकर वारदातों को अंजाम देते थे।
गिरफ्तारी के बाद इन आरोपियों को महिला वेशभूषा में ही कोर्ट तक पैदल परेड करवाई गई, जिससे यह मामला शहरभर में चर्चा का विषय बन गया।
21 जुलाई को मेड़ता की कृषि मंडी रोड पर तीन युवकों ने एक बुजुर्ग को लॉटरी लगने का झांसा देकर 2 लाख रुपये की ठगी का शिकार बना लिया था।
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि आरोपियों ने वारदात के समय भी महिलाओं के कपड़े पहन रखे थे ताकि वे पहचान से बच सकें। पुलिस को मिले सुरागों के आधार पर तीनों को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया।
दिलचस्प बात यह रही कि पकड़े जाने के समय भी आरोपी महिला वेश में घरों में छिपे हुए थे। पुलिस ने जब इन्हें कोर्ट में पेश करने के लिए बाहर निकाला तो भी इन्हें महिला वेश में ही पैदल ले जाया गया, जिससे आमजन में ठगों के तौर-तरीकों को लेकर जागरूकता भी फैली।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कुलभूषण (38) निवासी खैरथल तिजारा, अनिल कोठवानी (30) निवासी जयपुर, ब्रह्मपुरी और पूर्णमल (44) निवासी अलवर, सदर थाना क्षेत्र के रूप में हुई है।
तीनों के खिलाफ पहले से धोखाधड़ी के सैकड़ों प्रकरण दर्ज हैं और ये लगातार शहर बदल-बदलकर वारदात करते आ रहे थे।
पुलिस उप अधीक्षक रामकरण सिंह मलिंडा और थानाधिकारी धर्मेश दायमा के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई को लेकर अधिकारियों ने बताया कि यह गिरोह प्रदेशभर में घूमकर लोगों को लॉटरी और इनाम के नाम पर बहला-फुसलाकर ठगी करता था।