सीकर शहर में जर्जर भवनों से बढ़ते खतरे को देखते हुए नगर परिषद ने एक और बड़ा कदम उठाया है। लगातार हो रही बारिश और पुरानी इमारतों की हालत को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड में है।
जर्जर इमारतों से जान का खतरा, नगर परिषद ने उठाया कदम
नगर परिषद की टीम ने कलेक्ट्रेट के पास स्थित एलआईसी कार्यालय की गली में एक पुराने भवन के बेहद जर्जर बरामदे को हटाने की कार्रवाई की। यह बरामदा लंबे समय से बंद पड़े मकान का हिस्सा था जिसकी हालत बेहद खराब हो चुकी थी।
स्थानीय लोग अक्सर इसकी छांव में बैठते थे जिससे बारिश के दौरान जानमाल के नुकसान की आशंका बनी हुई थी। नगर परिषद आयुक्त शशिकांत शर्मा ने बताया कि मॉनसून के मौसम में कमजोर और क्षतिग्रस्त इमारतों का गिरना आम बात है जिससे जान का खतरा बना रहता है।
शहरभर में जारी है जर्जर ढांचों का सफाया
इसीलिए नगर परिषद द्वारा शहरभर में जर्जर इमारतों की पहचान कर उन्हें ध्वस्त किया जा रहा है। एलआईसी ऑफिस की गली में स्थित इस बरामदे की छत की पट्टियाँ टूट चुकी थीं और संरचना पूरी तरह असुरक्षित हो गई थी। ऐसे में इसे गिराना ज़रूरी हो गया था।
शर्मा ने यह भी स्पष्ट किया कि यह अभियान केवल शुरुआत है शहर के अन्य जर्जर भवनों को लेकर भी जल्द ही ऐसी ही कार्रवाई की जाएगी।
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